यह मिठाई केवल यूपी के बहराइच में ही बनाई जाता है.
इस मिठाई को बनाने के लिए सिर्फ शक्कर का इसेतामल किया जाता है.
मुख्य रूप से दो प्रकार के बरसोले होते हैं. सादा और खुशबूदार.
इस मिठाई को बनाने के लिए साफ पानी में चीनी को मिलाकर चाशनी बनाई जाती है. जिसे बाद में फेंटा जाता है.
बरसोले की खास बात उसका वजन होता है, जोकि 1 किलो से 3 किलो तक रहता है.
वजनदार होने के बाद भी यह मिठाई बहुत ही घुलनशील है. यह आसानी से मुंह में जाकर घुल जाती है.
लोगों के अनुसार यह मिठाई काफी फायदेमंद है. यह गर्मी में लू लगने से बचाती है.
बरसोले का इतिहास बहराइच में लगने वाले मेले से जुड़ा हुआ है. मेले की परंपरा जैसे-जैसे आगे बढ़ी, तभी से बरसोले का प्रयोग होता चला आ रहा है.
यहां सेहत के लिए बताई गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है.