Chanakya Niti: मूर्ख-घमंडी व्यक्तियों से कैसे निपटें? चाणक्य नीति में लिखीं ये चार बातें रखें याद

Pooja Singh
Aug 07, 2024

आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य को भारत के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है. उनके द्वारा लिखा गया नीति शास्त्र भी काफी लोकप्रिय है.

चाणक्य नीति

चाणक्य नीति में लिखी बातों का लोग आज भी पालन करते हैं. ये सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली नीतियों में से एक है. इसमें जीवन के कई पहलुओं का जिक्र है.

नीति शास्त्र

नीति शास्त्र की सहायता से आप जीवन को सरल और सफल बना सकते हैं. ऐसे में हम आपको चाणक्य नीति में लिखे एक श्लोक के बारे में बताने जा रहे हैं.

आचार्य का मंत्र

चाणक्य नीति के श्लोक में ये बताया गया है कि किस तरह आप घमंडी व्यक्ति से लेकर बुद्धिमान व्यक्ति तक को अपने वश में कर सकते हैं.

चाणक्य नीति का श्लोक

चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक का जिक्र किया है. ये श्लोक है लुब्धमर्थेन गृह्णीयात् स्तब्धमंजलिकर्मणा। मूर्खं छन्दानुवृत्त्या च यथार्थत्वेन पण्डितम्।।

श्लोक का अर्थ

इस श्लोक का अर्थ है लोभी व्यक्ति को धन देकर, अभिमानी को हाथ जोड़कर, मूर्खों व्यक्ति को उसकी इच्छा के अनुसार कार्य देकर वश में कर सकते हैं.

इसका रखें ध्यान

आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र में दिए गए इस श्लोक में इस बात का भी जिक्र है कि विद्वान को सच्ची बात बातकर अपने वश में किया जा सकता है.

आसान शब्दों में समझे

आसान शब्दों में इसका अर्थ समझा जाए, तो चाणक्य कहना चाहते हैं कि आप एक लालची व्यक्ति से धन देकर अपना काम करवा सकते हैं.

विनम्रता से काम

चाणक्य कहना चाहते हैं कि अगर आपको किसी अहंकार से भरे व्यक्ति को अपने वश में करना है, तो इसके लिए आपको विनम्रता से काम लेना होगा.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं/ चाणक्य नीति पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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