बलिया का 150 वर्ष पुराना बाजार

Padma Shree Shubham
Apr 07, 2024

बिचला घाट

बलिया जिले के बिचला घाट पुलिस चौकी के तहत आने वाले शनिचरी मंदिर के करीब ही प्राचीन व मशहूर मूर्ति बाजार है. इस बाजार में सस्ते में आपको मिट्टी, चीनी मिट्टी से लेकर संगमरमर की मूर्तियां उपलब्ध हो जाती है.

मूर्ति

बलिया से ही नहीं बल्कि कई अन्य जनपदों से भी यहां पर लोग मूर्ति लेने के लिए आते हैं. लोगों को भरोसा होता है कि यहां हर प्रकार की मूर्ति मिल ही जाएगी, शीलापट और पत्थर से बनी तमाम सामग्रियां भी यहां सस्ते में मिल जाएगी.

150 वर्ष प्राचीन

दुकानदार राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह बाजार लगभग 150 वर्ष प्राचीन पत्थर बाजार हुआ करता था. लेकिन इधर 50 वर्षों से यहां पर मूर्ति का प्रचलन काफी तेज हुआ है.

शीलापट

इस मार्केट में मूर्तियों के अलावा मोमेंटो शील्ड व नामकरण हेतु शीलापट, पारत शिवलिंग, स्फटिक शिवलिंग जैसी तमाम सामग्रियां लोगों के लिए उपलब्ध होती हैं.

मूर्ति बाजार

बाजार में आए ग्राहकों की माने को कई वर्षों से इस बाजार में लोगों का आना जाना है. यह इकलौता मूर्ति बाजार है जिले का जहां सस्ते सामान मिल जाते हैं

बाजार

इस बाजार में सस्ते में हर प्रकार की मूर्तियां लोगों के उपलब्ध होती हैं. अगर कोई खास मूर्ति चाहिए तो लोगों को पता होता है कि इस बाजार में जरूर मिल ही जाएगी.

मूर्तियां

आसानी से ग्राहकों को इस बाजार में पत्थर से बनी सामग्री व तरह-तरह की मूर्तियां सस्ते में मिल जाती हैं. कुछ ऐसी भी पत्थर निर्मित सामग्री इस बाजार में हैं जो वाराणसी में भी नहीं मिल जाएंगे. यही कारण है कि बलिया के इस बाजार में पूर्वांचलभर से लोग इस बाजार में आते हैं.

देवरिया, मऊ, आजमगढ़

खासकर बिहार व असम से इस बाजार में ज्यादा लोग आते हैं. गोरखपुर हो या देवरिया, मऊ, आजमगढ़ या फिर गाजीपुर ही क्यों न हो यहां हर क्षेत्र से लोग मूर्तिया लेने आते हैं.

मूर्तियां उपलब्ध

इस मूर्ति बाजार में कई तरह की मूर्तियां उपलब्ध हैं. यहां तक की फोटो से भी मूर्ति बनाई जाती है. नवरात्रि का माहौल होने पर मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई जाती है. हनुमान प्रतिमा की मांग यहां हमेशा ही रहती है.

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