बुंदेलखंड का वो प्राचीन मंदिर, जहां शिव ने पहली बार किया था तांडव

Sumit Tiwari
Apr 07, 2024

मूर्तियां

लेकिन बुंलेदखंड के महोबा जिले में भी एलोरा के जैसी मूर्तियां देखने को मिलती हैं.

कई कहानियां

हम बात कर रहे है यूपी के छोर पर बसे महोबा जिले के अनोखे शिव मंदिर की, जिसकी कई कहानियां प्रचलित है.

गोरखगिरि

गोरखगिरि नाम के पर्वत पर स्तिथ ये मंदिर अपने आप में अनोखा है. यहां भगवान शिव की नृत्य करते हुए प्रतिमा बनी हुई है.

कई सौ साल पहले

इतिहास के जानकारों का मानना है कि ये प्रतिमा कई सौ साल पहले पत्थर पर उकेरी गयी है.

गोरखनाथ के शिष्य

इस जगह पर गुरू गोरखनाथ के शिष्य ने कठोर तप किया था, इसी वजह से इस पर्वत का नाम गोरखगिरि पड़ा है.

अनोखी मुद्रा वाली प्रतिमा

यहां स्थित शिव मंदिर का और भगवान शिव की अनोखी मुद्रा वाली प्रतिमा का जिक्र कर्म पुराण में मिलता है

तांडव प्रतिमा

शिव तांडव प्रतिमा व मंदिर का निर्माण चंदेल शासक नान्नुक ने 11वीं सदी में कराया था. यहां पर शिव की 10 भुजी गंजातक प्रतिमा मौजूद है.

प्रसिद्ध

मान्यता है कि गजासुर के वध के बाद शिव जी ने जो नृत्य किया था, वही शिव तांडव के नाम से प्रसिद्ध हुआ.

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