तम्बाकू सेवन तम्बाकू सेवन से ब्रोंकाइटिस व इम्फीसिया जैसी कई सांस संबंधी समस्याएं होती हैं.
तम्बाकू सेवन से हृदय व रक्त संबंधी बीमारी तेजी से बढ़ती है. ऐसे लोगों की जान हृदयाघात ज्यादातर बार जाती है.
तम्बाकू सेवन से पुरुषों में नपुंसकता बढ़ती है, महिलाओं में जनन क्षमता और प्रजनन संबंधी समस्याएं होती हैं.
तम्बाकू सेवन से सांस में बदबू आना, मुंह-आंखों के आसपास झुर्रियां आना आम बात हो जाती है.
घर में धूम्रपान करने से बच्चों को निमोनिया, श्वांस रोग, अस्थमा, फेफड़े की गति धीमी जैसी दिक्कतें हो सकती है.
हर सिगरेट के साथ व्यक्ति की उम्र 14 मिनट घट जाती है.
फेफड़े का कैंसर की आशंका तम्बाकू सेवन से 20-25 गुना ज्यादा हो जाती है.
धूम्रपान करने से दिल का दौरा पड़ने का 2 से तीन गुना अधिक खतरा होता है और अचानक मौत का 3 गुना खतरा बढ़ जाता है.
सामान्य व्यक्ति की तुलना में सिगरेट पीने वाले लोग 30 से 60 गुना अधिक बीमार रहते हैं.