धूप सेकने का सबसे अच्छा समय दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे के बीच का है. आंखों पर सीधे सूरज की रोशनी नहीं पड़ेगी.
वहीं धूप लेने का सबसे अच्छा समय तब भी हो सकता है जब सूरज की किरणें बहुत कठोर न हों.
ज्यादा तेज रोशनी में बैठने और सूरज की किरणों का सीधे सामना करने से त्वचा मिलोनेमा हो सकता है जोकि एक घातक कैंसर होता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक 30 मिनट से अधिक सांवली त्वचा वाले और 15 मिनट से अधिक गोरी त्वचा वाले धूप न लें.
लाइट कलर के कपड़े पहने हुए धूप लेना ठीक होता है. इससे अच्छी मात्रा में धूप अवशोषित होता है.
बच्चे अगर धूप में खेलते हैं तो यह उनकी इम्यून सिस्टम के लिए अच्छा होता है.
नवजात शिशु को धूप में लिटामे से मेलाटोनिन बनने में मदद मिलती है, जो बेबी की स्लिप पैटर्न को रेगुलेट करता है.
डिप्रेशन से जूझ रहे लोंगों धूप सेकने से लाभ होता है. ऐसे करने से सेरोटोनिन हार्मोन का प्रोडक्शन अधिक हो पाता है जिससे मन खुश और शांत होता है.
शरीर का 20% हिस्सा बिना ढाके यानी हाथ और पैरों से प्रतिदिन 15 मिनट धूप सेकने लें तो विटामिन डी अच्छी मात्रा में शरीर में ली जा सकती है.
सर्दियों में धूप सेकने से हड्डियों को स्वस्थ रखा जा सकता है. धूप में कसरत करने से लाभ होता है.