मौसमी के छिलको को पीसे और उसे पेस्ट में बदले फिर दांत में जहां दर्द है वहां लगाए
इसके सूखे हुए छिलको का चूर्ण बनाकर उसका नियमित सेवन करने से प्यास लगने की समस्या का निवारण हो जाएगा
छिलको के चूर्ण में मुल्तानी मिट्टी, हरिद्रा चूर्ण, 1-2 बूंद नींबू के रस को अच्छी तरह से मिलाकर अपने चेहरे पर लगाए
छिलको के बारीक़ चूर्ण को घी के साथ बराबर मात्रा में मिलाए और इस मिश्रण को प्रतिदिन 1-1 चम्मच तीन बार ले
छिलको के बारीक़ चूर्ण को जलते हुए कोयले में डालकर कमरे में धूंआ करने से मक्खी तथा मच्छर भाग जाते है