प्रयागराज की इन पांच जगहों को घूमें बिना अधूरी रहेगी महाकुंभ यात्रा

Shailjakant Mishra
Jan 09, 2025

प्रयागराज महाकुंभ 2025

संगमनगरी प्रयागराज में होने वाले ऐहितासिक महाकुंभ का आगाज 13 जनवरी 2025 से हो रहा है.

श्रद्धालु तैयार

महाकुंभ स्नान के लिए श्रद्धालु-धार्मिक पर्यटकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. आवागमन के लिए ट्रेन से लेकर बसों तक खास इंतजाम किए गए हैं.

महाकुंभ मान्यता

मान्यता है कि कुंभ में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.

इन जगहों को भी घूमें

अगर आप भी महाकुंभ के लिए प्रयागराज आ रहे हैं तो यहां की कुछ जगहों को देखने के लिए जरूर जाएं. यहां घूमकर आपको खूब मजा आएगा.

इलाहबाद किला

इलाहाबाद किले का निर्माण अकबर ने 1583 में कराया था. यहां आप सरस्वती कूप, पातालपुरी मंदिर और अशोक स्तंभ देख सकते हैं.

लेटे हनुमान मंदिर

महाकुंभ जाएं तो यहां के प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर जरूर जाएं. यहां की वास्तुकला देखने लायक बनती है.

अशोक स्तंभ

अशोक का यहां ऐतिहासिक अशोक स्तंभ स्थापित है. जिस पर धर्म एडिक्ट लिखे हैं. इतिहास से जुड़ी दिलचस्पी है तो यहां जरूर जाएं.

खुसरो बाग

खुसरो बाग यहां का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यहां आप मुगल वास्तुकला को देख सकते हैं. यहां तीन शानदार डिजाइन के बलुआ पत्थर के मकबरे हैं.

त्रिवेणी संगम

त्रिवेणी संगम में तीन नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती मिलती हैं, लेकिन सरस्वती को लुप्त माना जाता है. इसका भी बेहद धार्मिक महत्व है.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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