महाकुंभ में कौन कहां करेगा शाही स्नान? जनता, नागा साधु और वीआईपी के लिए संगम तट पर तय स्थान

Padma Shree Shubham
Jan 03, 2025

गंगा घाट त्रिवेणी

अगर आप भी कुभ जा रहे हैं तो आप जान लें कि गंगा घाट त्रिवेणी पर दो अलग-अलग घाट बने हैं.

त्रिवेणी के दो घाट

त्रिवेणी के दो घाटों में आम जनता के लिए अलग घाट है. जहा आम जनता स्नान करेगी,जहां लोगों अच्छी खासी भीड़ होती है.

छोटे-छोटे कॉटेज

वहीं VIP के लिए गंगा के बीच में छोटे-छोटे कॉटेज का निर्माण किया गया है.

VIP घाटों पर

VIP घाटों पर बाहर से आए लोगों के लिए व्यवस्था बनाई गआ है जो यहां आसानी से गंगा स्नान कर सकेंगे. VIP को भीड़ न जाना पड़ें इसके यह अलग घाट होगा.

नागा साधु और प्रमुख संत

वहीं अपनी तय बारी पर संगम तट पर ही हर अखाड़ा स्नान करता है. नागा साधु और प्रमुख संत सबसे पहले स्नान करते हैं, इसे 'प्रथम स्नान अधिकार' कहा गया है.

शंति और अध्यात्मिक अनुभव

इसके अलावा कुछ घाटों के बारे में भी आपको जानना चाहिए जहां पहुंचकर आपकों शंति और अध्यात्मिक अनुभव हो सकता है.

दशाश्वमेध घाट

प्रयागराज का दशाश्वमेध पर महाकुंभ भजन-कीर्तन के केंद्र बन जाता है. यहां की शाम की गंगा आरती देख सकते हैं और लोकर खानपान का मजा ले सकते हैं.

हांडी फोड़ घाट

प्रयागराज के सबसे प्राचीन घाटों में से हांडी फोड़ घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. यहां से शांत लहरों और नदियों की मधुर ध्वनि को सुन सकते हैं.

बलुआ घाट

बलुआ घाट पर साधु-संतों का जमावड़ा होता है. यहां का वातावरण ध्यान अध्यात्मिक होता है. इस घाट पर साधु-संत प्रवचन देते हैं, ध्यान करते हैं. यहां भीड़ कम होती हैं.

संगम घाट

आस्था व आकर्षण केंद्र संगम घाट का विशेष महत्व है. गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती तीनों नदियों का यहां संगम होता है. मोक्ष प्राप्ति की इच्छा से संगम घाट पर भक्त डुबकी लगाते हैं.

केदार घाट

केदार घाट पर स्नान करने, शिवजी की पूजा करने का बहुत महत्व है. शिव जी के भक्तों के लिए यह घाट बेहद खास है. इसे शिव जी को समर्पित किया गया है.

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