प्राकृतिक झीलों, बगीचों, मंदिरों, पहाड़ों की गोद में बसी चरखारी लगभग 8 से 10 किलोमीटर में फैली है (Mini Vrindavan)
चरखारी में भगवान श्रीकृष्ण के कुल 108 मंदिर हैं जिसके कारण इसे मिनी वृंदावन कहते हैं.
लगभग 265 साल पहले चरखारी रियासत की स्थापना की गई. (Mahoba)
यहां के शासक श्रीकृष्ण उपासक रहे ऐसे में शासकों ने ही भगवान श्रीकृष्ण के 108 भव्य मंदिर बनवाए.
प्राकृतिक झीलों, बगीचों, मंदिरों के कारण चरखारी को भारतरत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत ने बुंदेलखण्ड का कश्मीर कहा.
कलात्मक, साहित्यक, सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक और राजनैतिक दृष्टि से चरखारी हमेशा से आगे रही है.
यहां के शासकों ने जो भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों का निर्माण कराया उसमें गुमान बिहारी, गोपाल बिहारी, चक्रधारी, गोवर्धन जैसे मंदिर शामिल हैं.
चरखारी में वृंदावन के जैसे ही सुंदरता को समेटे गोवर्धन जू मंदिर भी है.
हर साल कार्तिक माह में गोवर्धन मेला लगता है जो 1883 में शुरु हुआ. तब से यह गाना प्रचलित है कि- 'वृंदावन भई चरखारी'।