मगंलवार को आनंद विहार से साहिबाबाद के बीच सुरंग बनकर तैयार हो गई. एनसीआरटीसी के लिए इस टनल को बनाना बाकी सभी सुरंगों से बेहद मुश्किल था.
ऐसा इसलिए क्योंकि इसके बीच में नाले, इंडस्ट्रियल एरिया, बस डिपो और हाईटेंशन लाइनें जैसी तमाम कठिनाइयां थीं, जिन्हें बगैर खराब किए सुरंग बनानी थी.
अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल इस सुरंग को बनाने का काम शुरू किया गया था, अब इसे पूरा कर लिया गया.
वहीं, अब संपूर्ण दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की सुरंग बनाने का काम पूरा हो गया है.
इस अवसर पर वैशाली में रिमोट का बटन दबाकर ब्रेकथ्रू किया गया. इस अवसर पर टनल को गुब्बारों और फूलों से सजाया गया था.
दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ तक 82 किमी मार्ग में से केवल 14 किमी भूमिगत है. यहां ट्रैक बिछाने और स्टेशनों के निर्माण के लिए सुरंगें बनाई जा रही हैं.
14 किमी के भूमिगत खंड में से 7 किमी में मेरठ के तीन स्टेशन शामिल हैं, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और शताब्दी नगर.
वहीं, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार के बीच का विस्तार 4 किमी है. आनंद विहार से वैशाली तक का विस्तार 3 किमी है. इन सभी हिस्सों पर सुरंगें हैं.