पिथौरागढ़ जिले में एक छोटा सा शांत शहर है धारचूला. जहां आप एक दिन के लिए भी घूमने जा सकते हैं. यहां कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो देखने लायक हैं.
धारचूला से 23 किमी दूर स्थित एक खूबसूरत स्थान है जौलजीबी. ये दो नदियां गोरी नदी और काली नदी के संगम का स्थान है. यहां का नजारा बेहद सुखद है.
शहर से होकर बहने वाली एक पवित्र नदी उत्तराखंड को नेपाल से अलग करती है. देवी काली के नाम पर बना ये स्थान सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले स्थलों में से एक है.
छोटा कैलाश या आदि कैलाश के नाम से मशहूर ओम पर्वत को हिंदुओं में महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माना जाता है. ये तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत से काफी मिलता-जुलता है.
वन्यजीव प्रेमियों और वनस्पति विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के लिए स्वर्ग है. अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य वनस्पतियों और जीवों की विस्तृत श्रृंखला से सुसज्जित है.
नारायण आश्रम शहर और उसके आसपास के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. नारायण स्वामी ने 1936 में इसकी स्थापना करवाई थी. ये आध्यात्मिक अनुभव देने वाला केंद्र है.
काली नदी पर चिरकिला बांध बनाया गया है. ये बांध धारचूला से 20 किमी की दूरी पर है. इस बांध से जल्द ही राज्य सरकार जल क्रीड़ा सुविधा की आपूर्ति करेगी.
धारचूला के इस छोटे शहर तक स्थानीय टैक्सी सेवाओं के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है. आप निजी जीप भी किराए पर ले सकते हैं.
आप बरसात के मौसम में यहां न जाएं, क्योंकि भूस्खलन के कारण सड़कें अक्सर फिसलन भरी होती हैं, जिससे किसी भी अनहोनी का खतरा बना रहता है.