आपने भी देखा होगा कि कई लोगों का मानना होता है कि उस पर या घर-परिवार पर किसी ने जादू-टोना करा दिया है.
या फिर कई लोग इससे बचने के लिए अपने घर के दरवाजे पर उल्टा जूता टांग देते हैं. क्या वाकई में ऐसा होता है. आइए जानते हैं इस पर प्रेमानंद जी महाराज का क्या कहना है.
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि किसी के जादू-टोना से या छू-छा करने से कुछ भी नहीं होता है. इन सब भूल में बिल्कुल नहीं पड़ना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, कि कई लोग घरों के दरवाजे पर काला जूता टांग देते हैं. उन्होंने कहा ये सब क्या है, अगर लगाना ही है तो भगवान की तस्वीर लगाओ, ये उल्टा जूता टांगने से क्या होगा.
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हां अगर हमारा बुरा प्रारब्ध आना है तो आप उसे तंत्र कह लो, मंत्र कह लो या कुछ भी कह लो सब चलेगा. क्योंकि बुरे प्रारब्ध का कोई न कोई निमित्त तो बनेगा.
आपको भ्रम हो जाएगा कि हमको किसी ने कुछ कर दिया है. उन्होंने कहा कि कोई किसी को सुख-दुख नहीं देता है, व्यक्ति का कर्म ही सुख-दुख देने वाला होता है.
उन्होंने आगे कहा, कितना भी बड़ा तांत्रिक हो, उसका मंत्र तभी प्रभाव डालेगा जब आपका बुरा प्रारब्ध हो. अगर ऐसा नहीं है तो इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा.
अगर आप भगवान की शरणागत हो जाते हैं और भजन करते हैं तो सब तांत्रिक मिलकर भी कुछ भी करें तब भी कुछ नहीं होगा जब तक भगवान नहीं चाहेंगे.
उन्होंने कहा ये कोई खिलवाड़ नहीं है. ये जितने भी तंत्र-मंत्र हैं, वह भगवान की एक शक्ति से हैं.