ये तो सभी जानते हैं द्रौपदी ने अर्जुन समेत पांचों पांडव से विवाह किया था.
विवाह के बाद द्रौपदी एक समय में किसी एक पांडव के साथ ही समय बिताती थी.
जब द्रौपदी एक कक्ष में किसी एक पांडव के साथ होती तो दरवाजे के सामने अपनी चप्पल रख देती थी जिससे कि बाकि क पांडव को पता रहे कि कक्ष में द्रौपदी है.
इस रह कोई और कक्ष में नहीं जाता था लेकिन एक दिन द्रौपदी की चप्पल कक्ष के बाहर से एक कुत्ता अपने मुंह में उठाए हुए जंगल में लेकर चला गया.
तभी उस कक्ष में अर्जुन यह सोचकर प्रवेश कर गया कि उस कक्ष में द्रौपदी नहीं लेकिन द्रौपदी युधिष्ठिर के साथ क्रीडा कर रही थी.
तीनों ही एक दूसरे को देखकर लज्जित हुए और द्रौपदी ने अंदर आए अर्जुन से पूछा कि क्या आपको बाहर चप्पल नहीं दिखी.
तब अर्जुन ने शर्मसार होकर उत्तर दिया कि बाहर चरणपादुका नहीं थे तभी मैंने कक्ष में प्रवेश किया.
जब अर्जुन और भीम चरणपादुका ढूंढने लगे तो जंगल की ओर जाकर देखा कि चप्पल के साथ कुछ कुत्ते खेल रहे थे.
ऐसे में क्रोधित हुई द्रौपदी ने कुत्तों को श्राप दिया कि जिस तरह किसी ने मेरा सहवास देखा उसी तरह पूरी दूनिया तुम्हारा सहवास देखेगी. तब से कुत्ते खुले में सहवास करते है.
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