बरेली को आने वाले दो सालों में नया राष्ट्रीय राजमार्ग मिलेगा. इसके बनने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को राहत मिलेगी.
मथुरा-बरेली बाईपास बनने के बाद भारी वाहनों के कारण लगने वाले जाम से निजात मिल पाएगी. बरेली जाने वाले वाहन अब फर्राटा भरेंगे.
चार घंटे के भीतर ताजमहल की नगरी आगरा और कृष्ण कन्हैया की नगरी मथुरा से बरेली तक पहुंच सकेंगे.
बरेली से मथुरा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 530-बी बनाया जाएगा. बरेली में यह राजमार्ग एनएच-24 से जुड़ेगा.
यहां से चौबारी होते हुए इसे बदायूं मार्ग से जोड़ा जाएगा. फिर इसके बाद यह राष्ट्रीय राजमार्ग बरेली से सीधे मथुरा तक जुड़ जाएगा.
यह हाइवे मथुरा से होकर हाथरस, अलीगढ़, कासगंज, बदायूं होते हुए बरेली से जुडे़गा. यह हाइवे केंद्र सरकार का पायलट प्रोजेक्ट है.
इससे पहले बदायूं मथुरा तक इसका नाम नेशनल हाईवे 530 था. बरेली तक राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ने पर इसका नाम 530-बी हो गया.
यहां 4 चरणों में काम हो रहा है. पहले चरण में कासगंज से मथुरा, दूसरे में कासगंज से हाथरस, तीसरे में कासगंज से बदायूं और चौथे चरण में बदायूं से बरेली तक काम होना है.
बरेली-मथुरा स्टेट हाईवे को 2018 में नेशनल हाईवे घोषित किया गया था. इसके बाद ही यहां 6 लेन सड़क का निर्माण आदि की कवायद शुरू हुई.
बदायूं रोड को रामगंगा तक छह लेन का किया जाएगा. इसके बाद इसे चौबारी से दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग 9 (एनएच-24) से जोड़ा जाएगा.
एनएच-24 से राष्ट्रीय राजमार्ग 530 बी को जोड़ने के लिए 45गांवों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.