सनातन धर्म में गरुड़ पुराण को 18 पुराणों में से एक माना जाता है. इसके देवता भगवान विष्णु है. इससे हमें कई तरह की शिक्षाएं मिलती हैं.
गरुड़ पुराण के मुताबिक इंसान की मृत्यु के बाद उसके कर्मों के आधार पर स्वर्ग व नरक में भेजा जाता है. व्यक्ति के जीवन में किए गए पाप व पुण्य ही स्वर्ग व नरक की यात्रा तय करते हैं.
गरुड़ पुराण के मुताबिक जो लोग निर्दोष जीवों की हत्या करते हैं उनको महापाप होता है. ऐसे लोग नर्क में जाते हैं.
इनको मृत्यु के बाद नरक में ले जाकर गरम तेल डाला जाता है. इन्हें अगला जन्म चांडाल के रूप में मिलता है.
गरुड़ पुराण के मुताबिक पैसों की लूट करने वाले लोगों को मृत्यु के बाद नरक तक ले जाते समय तब तक पीटा जाता है जब तक कि वह बेहोश नहीं हो जाते.
ऐसे लोगों को सियार, गिद्ध, सांप या गधे की योनि में जन्म मिलता है.
गरुड़ पुराण के अनुसार बड़े-बुजुर्गों का अपमान करने वाले लोग मृत्यु के बाद नरक भोगते हैं.
ऐसी आत्माओं को आग में तब तक डुबोकर रखते हैं जब तक कि उसकी खाल बाहर न आ जाए.
यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.