हीरा कीमती रत्नों में से एक है. ज्यादातर लोग हीरे की अंगूठी पहनना बहुत पसंद होता. हीरे की अंगूठी प्यार, रिश्ते में समर्पण और एलिगेंस का प्रतीक होती है. 84 रत्नों में से एक है हीरा जो शुक्र का र
क्या आप जानते हैं कि हीरा हर किसी के लिए नहीं होता. ज्योतिष की मानें तो हीरा पहनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. किसी के लिए हानिकारक हो सकता है तो किसी के लिए लाभकारी साबित होता है. यहां जानते हैं कि आपको हीरा कब, और कैसे धारण करना चाहिए.
शुक्र की राशि तुला और वृषभ वालों के लिए हीरा ठीक रहता है. वृषभ को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की इस राशि के जिन के जिन लोगों का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ है. केवल वही लोग इस रत्न को धारण कर सकते हैं.
अगर किसी व्यक्ति के विवाह में अड़चन आ रही हैं तो भी आप किसी ज्योतिष से सलाह लेकर हीरा धारण कर सकते हैं.
हीरा पहनने से व्यक्ति की आर्थिक समस्याएं भी कम होती हैं. हीरा धारण करने से आयु में भी वृद्धि होती है.
डायमंड पहनने से वैवाहिक संबंध मजबूत होते हैं. जो लोग आभूषण, कपड़े, कॉस्मेटिक्स के बिजनेस से जुड़े होते हैं तो उनको भी लाभ होता है.
आप किसी विशेषज्ञ या ज्योतिष से पूछकर ही हीरा पहनें. दाग लगा या टूटा हुआ हीरा दुर्घटना की वजह बन सकता है.
जिन लोगों की मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन लग्न है, उन्हें हीरा नहीं पहनना चाहिए.आध्यात्मिक पेशे से जुड़े हुए लोगों को भी हीरा नहीं पहनना चाहिए.
हीरे के साथ पुखराज, लहसुनिया औऱ पन्ना नहीं पहनना चाहिए. हीरे के साथ मूंगा या गोमेद नहीं पहनें. शुक्र यदि किसी अशुभ भाव में स्थित हो तो हीरा आपके जीवन के लिए घातक होता है.
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