उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू हो रहा है. ऐसे में सर्दी,जुकाम, बुखार जैसी मौसमी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसे में गिलोय का सेवन बैक्टीरियल बीमारियों को दूर करने के साथ ही बुखार में कारगर हो सकता है. गिलोय एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसके काढ़े का सेवन भी कर सकते हैं.
गिलोय इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों के लिए जाना जाता है, यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकता है.
गिलोय में ऐसे यौगिक होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. यह गठिया की समस्या में फायदेमंद हो सकता है.
गिलोय का उपयोग अक्सर बुखार में किया जाता है, जिसमें डेंगू और मलेरिया जैसे वायरल बुखार भी शामिल हैं.
माना जाता है कि गिलोय शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करने, ब्लड को शुद्ध करने में मदद कर सकता है.
गिलोय का उपयोग सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है.
यह पाचन में सुधार करने, कब्ज और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकती है.
यह त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में अपने लाभों के लिए भी जानी जाती है.
गिलोय के टुकड़ों को 4 कप पानी में डालकर 20 मिनट उबालें. इसके बाद इसमें 5 से 6 नीम की पत्ती 8 से 10 तुलसी की पत्ती और 20 ग्राम गुड़ मिलाएं. इस 2 कप पानी रह जाने तक पकाएं. इसे छानकर सेवन करें.
यह लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी चीज के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श लें.