औषधीय गुणों से भरपूर है ये पान की तरह दिखने वाला पत्‍ता

Zee News Desk
Sep 19, 2023

दरअसल, यह पान की तरह दिखने वाला पत्‍ता कुछ और नहीं बल्कि गिलोया है. इसे गुडूची भी कहते हैं.

कोरोना काल के दौरान एक चीज जो औषधि के रूप में सामने आई वह गिलोय ही थी.

कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने गिलोय का ही सहारा लिया.

गिलोय एक प्रसिद्ध और लाभकारी जड़ी बूटी है, जो समीपवर्ती पेड़ों पर चढ़कर फैलती है. इसका जायका कड़वा होता है. बुखार के लिए यह रामबाण है.

अन्‍य नाम

गिलोय को गुडूची, अमृता आदि के नामों से भी जाना जाता है. कहा जाता है कि वह जिस पेड़ पर चढ़ती है, उसके गुणों को समाहित कर लेती है.

गुणकारी

गिलोय की पत्तियां, जड़ें और तना तीनो ही भाग सेहत के लिए बहुत गुणकारी हैं. गिलोय में बड़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इन्हीं गुणों की वजह से यह बुखार, पीलिया, गठिया, डायबिटीज, कब्‍ज, एसिडिटी, अपच, मूत्र संबंधी रोगों आदि से निजात दिलाती है.

डेंगू

बारिश में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है. ऐसे में डेंगू से बचने के घरेलू उपाय के रूप में गिलोय का सेवन करना सबसे ज्यादा प्रचलित है. डेंगू के दौरान मरीज को तेज बुखार होने लगते हैं. गिलोय में मौजूद एंटीपायरेटिक गुण बुखार को जल्दी ठीक करते हैं.

खांसी

लंबे समय से आ रही खांसी के लिए गिलोय रामबाण है. गिलोय में एंटीएलर्जिक गुण होने के कारण यह खांसी से जल्दी आराम दिलाती है

बुखार

गिलोय या गुडूची में ऐसे एंटीपायरेटिक गुण होते हैं, जो पुराने से पुराने बुखार को भी ठीक कर देती है. इसी वजह से मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसे गंभीर रोगों में होने वाले बुखार से आराम दिलाने के लिए गिलोय के सेवन की सलाह दी जाती है.

डिस्क्लेमर

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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