गुरु गोबिंद सिंह जी सिखों के दसवें गुरु थे. गुरु गोबिंद सिंह जी ने सिख धर्म को मजबूत किया था. इतना ही नहीं उन्होंने अपने अनुयायियों को सच्चाई, न्याय और धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. कल यानी 6 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती मनाई जाएगी. तो आइये जानते हैं उनके अनमोल विचार.
गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है.
गुरु गोबिंद सिंह ने ही सिखों के पवित्र ग्रंथ 'गुरु ग्रंथ साहिब' को पूरा किया और उन्हें गुरु का दर्जा दिया.
ईश्वर ने हमें जन्म दिया है ताकि हम संसार में अच्छे काम करें और बुराई को दूर करें.
इंसान से प्रेम करना ही ईश्वर की सच्ची आस्था और भक्ति है.
अगर आप केवल भविष्य के बारे में सोचते रहेंगे तो वर्तमान भी खो देंगे.
मैं उन लोगों को पसंद करता हूं जो सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं.
जब आप अपने अंदर बैठे अहंकार को मिटा देंगे, तभी आपको वास्तविक शांति की प्राप्ति होगी.
इंसान को वैभव, सुख और स्थायी शांति तब ही प्राप्त होगी, जब कोई व्यक्ति अपने भीतर बैठे स्वार्थ को पूरी तरह से समाप्त कर देगा.
भगवान के नाम के अलावा आपका कोई भी सच्चा मित्र नहीं है. सदा ईश्वर का स्मरण करें.
अपनी जीविका चलाने के लिए ईमानदारी पूर्वक काम करें. गुरु के बिना किसी को भी भगवान का नाम नहीं मिला है.
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