650 साल का इतिहास, सोने की नक्काशी वाली दीवारें, बेजोड़ शिल्पकारी का नमूना है बड़ौत का यह मंदिर

Pradeep Kumar Raghav
Sep 25, 2024

650 साल पुराना मंदिर

बागपत में यूं तो कई धार्मिक स्थल है लेकिन यहां के दिगंबर जैन बड़ा मंदिर का इतिहास 650 साल पुराना है

मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण

मान्यता है कि मंदिर में लगी अतिशयकारी मूर्तियां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं.

सोने का बेजोड़ काम

मंदिर की दीवारों पर मन मोह लेने वाली नक्काशी और सोने का बेजोड़ काम है, इसका आकर्षण देखते ही बनता है.

अलग-अलग तीर्थकरों की मूर्तियां

बड़ौत के दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में कुल 7 वेदिया हैं जिन पर जैन धर्म के अलग-अलग तीर्थंकरों की मूर्तियां हैं.

भगवान नेमिनाथ की दुर्लभ प्रतिमा

श्याम वर्ण की भगवान नेमिनाथ की प्रतिमा पूरे विश्व में सबसे दुर्लभ मानी जाती है. जो इस मंदिर में मौजूद है.

सबसे चमत्कारी प्रतिमा

यहां भगवान पार्श्रवनाथ की प्रतिमा को सबसे चमत्कारी माना जाता है यह बड़ौत में ही खुदाई के दौरान मिली थी.

सोने की नक्काशी वाली प्रतिमा

छठी वेदी पर चंद्रप्रभु भगवान की अतिशयकारी मूल प्रतिमा विराजमान है जिसके चारों ओर सोने की नक्काशी है.

16 चित्रों में चंद्रगुप्त का स्वप्न

मंदिर में चंद्रगुप्त के 16 स्वप्नों को भी चित्रों के माध्यम से बड़े सुंदर ढंग से दिखाया गया है.

Disclaimer

यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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