देवभूमि उत्तराखंड को भारत का स्वर्ग कहते हैं. यहां ऐसी-ऐसी छिपी जगह हैं, जहां जाकर आपको फील होगा जैसे किसी ऊपर वाले के खूबसूरत घर में बैठे हो.
यहां हर तरफ हरियाली, फूलों के बाग, सामने पहाड़ों की रेंज, ऊंचे-ऊंचे पेड़, ऊपर खिला-खिला आसमान, उत्तराखंड की एक अलग ही परिभाषा बयान करते हैं.
उत्तराखंड में ऐसे 4 गांव हैं, जिन्होंने खूबसूरती, एडवेंचर क्षमता, संस्कृति, प्राकृतिक विरासत जैसी कई चीजों के मामले में विदेश को भी पछाड़ दिया है.
ये 4 गांव कोई और नहीं बल्कि उत्तराखशी से जाखोल और हरसिल, पिथौरागढ़ से सीमांत गुंजी और नैनीताल से सुपी शामिल हैं. आइए जानते हैं इन गांवों के बारे में.
जखोल उत्तरकाशी में एक खूबसूरत गांव है. समुद्र तल से लगभग 7,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यहां से आसपास की हिमालय की चोटियों और हरे-भरे पेड़ों के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं.
हरसिल उत्तराखंड का एक अछूता और छिपा हुआ रत्न है, जो हिमालय की गोद में शांति और खूबसूरती की तलाश करने वालों के लिए परफेक्ट जगह बनाता है.
ये गांव समुद्र तल से 2620 मीटर की ऊंचाई पर भगीरथी नदी के किनारे स्थित है. हाल के सालों में ये छोटा सा गांव एडवेंचर और प्रकृति प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो चुका है.
गुंजी पिथौरागढ़ के धारचूला तहसील में एक छोटा सा गांव है. ये तिब्बत और नेपाल की सीमा के पास स्थित है. ये गांव उप-जिला मुख्यालय धारचूला से 65 किमी दूर है. ये गांव 3,500 मीटर की ऊंचाई पर है.
सुपी गांव नैनीताल जिले के नैनीताल तहसील में है. ये नैनीताल से 45 किलोमीटर दूर है, जो सुपी गांव का जिला और उप-जिला मुख्यालय दोनों है. 2009 के आंकड़ों के अनुसार, सुपी गांव एक ग्राम पंचायत भी है.