वृंदावन वाले संत श्री प्रेमानंद महाराज जी पीले वस्त्र धारण कर और माथे पर पीला तिलक लगाए खुद को राधा रानी का परम भक्त मानते हैं

Zee News Desk
Sep 01, 2023

राधा नाम

प्रेमानंद महाराज की जुबान पर हर समय राधा नाम रहता है. जहाँ प्रेमानंद महाराज जी रोजाना राधा नाम का सत्संग करते हैं तो वहीं वो अपने सत्संग के जरिए लाखों लोगों को जिंदगी जीने की नयी सीख भी देते हैं.

दोनों किडनी है ख़राब

लाखों लोगों को जिंदगी जीने की नयी सीख देने वाले श्री प्रेमानंद महाराज जी की दोनों किडनी खराब हैं. बावजूद इसके वो भगवान का स्मरण करना नहीं भूलते हैं.

करते हैं परिक्रमा

संत श्री प्रेमानंद महाराज जी की दोनों किडनी खराब है लेकिन इसके बावजूद भी वो रोजाना परिक्रमा कर राधा वल्लब और बांके बिहारी जी के दर्शन जरूर करते हैं

महाराज को किडनी का रोग

प्रेमानंद महाराज जी की 10 से 15 सालों से दोनों किडनी खराब हैं.उनको पॉलीसिस्टिक किडनी रोग है.दोनों किडनी खराब होने की वजह से उन्हें डायलिसिस करवाना पड़ता है और इसके लिए काफी खर्चा होता है.

डायलिसिस

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रेमानंद महाराज को किडनी रोग होने की वजह से शरीर को स्वस्थ रखने के लिए डायलिसिस करवाना पडता हैं डायलिसिस को आर्टिफीसियल किडनी कहा जाता है.

हर हफ्ते डायलिसिस

इस डायलिसिस को हफ्ते में 2 से 3 दिन करवाना पड़ता है और इसमें 1500 से 2000 का खर्चा आता है यानि हफ्ते में डायलिसिस का खर्चा 4,500 से 6000 के बीच है.

रहते हैं खुश

गंभीर किडनी रोग होने के और हफ्ते में 2 से 3 दिन डायलिसिस प्रक्रिया से गुजरने के बाद भी संत श्री प्रेमानंद महाराज जी के चेहरे पर हर दम हंसी रहती है.

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