वहीं कैलेंडर के अनुसार इस साल पितृ पक्ष 29 सितंबर 2023 से 4 अक्टूबर 2023 तक रहेगा
पर क्या आप जल देने की सही विधि के बारे में जानते है? या फिर आपने कभी सोचा है की पितरों को अंगूठे से ही जल क्यों दिया जाता है
अग्निपुराण और महाभारत के अनुसार अंगूठे से पितरों को जल देने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है
ग्रंथों के अनुसार जब तर्पण के दौरान अंगूठे से जल चढ़ाया जाता है तो वो पितृ तीर्थ से होता हुआ पिंडों तक जाता है
ऐसा माना जाता है कि कुशा के अग्रभाग में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु और मूल भाग में भगवान शंकर निवास का निवास हैं, इसलिए कुशा को पवित्र माना गया है
हाथों में पुष्प, कुशा, अक्षत, जल और काले तिल लेकर दोनों हाथ जोड़कर पितरों का ध्यान करते हुए जल को ग्रहण करने की प्रार्थना करें. इसके पश्चात जल धरती पर 5-7 या 11 बार अंजलि से गिराएं.
ऐसे करने से आपके पितृ आपसे प्रसन्न होंगे और आपको आशीर्वाद देंगे