उत्तर प्रदेश में कुल चार टाइगर रिजर्व हैं. जो तय समय के लिए पर्यटकों के लिए खोला जाता है.
पहला है दुधवा राष्ट्रीय उद्यान या दुधवा टाइगर रिजर्व, जो लखीमपुर और खीरी जिले में स्थित है.
साल 2023 के मुताबिक दुधवा टाइगर रिजर्व के बाहर के बाघों समेत बाघों की संख्या 107 से बढ़कर 153 हो गई है.
दुधवा टाइगर रिजर्व हर वर्ष पर्यटकों के लिए नवंबर में खुलकर जून में बंद होता है.
दूसरा है पीलीभीत टाइगर रिजर्व जिसकी स्थापना 2014 में की गई. तब यहां 24 टाइगर हुआ करते थे.
टाइगर के संरक्षण व संवर्धन पर ध्यान दिया गया जिसका असर भी दिखा. 2022 में पीलीभीत में टाइगर महज 8 सालों में तीन गुना हो गए. अभी भी यहां 72 बाघ हैं.
तीसरा है बिजनौर जिले का अमानगढ़ टाइगर रिजर्व जहां घूमने के लिए जिप्सी शुल्क 2280 रुपये, गाइड शुल्क 400 रुपये है, प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 300 रुपये है.
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में विदेशी नागरिक प्रति व्यक्ति शुल्क 600 रुपये है. यहां पर नवंबर से जून के बीच जारी तारीखों में घूमने का प्लान बना सकते हैं.
वहीं चौथा टाइगर रिजर्व रानीपुर वन्यजीव अभयारण्य जोकि चित्रकूट जिले में है जिसे 2022 में बाघ अभयारण्य बना दिया गया था. यह बुंदेलखंड क्षेत्र का पहला बाघ अभयारण्य है.