आईपीएस मंजिल सैनी साल 2005 बैच की अफसर हैं. उन्होंने 2008 में यूपी के मुरादाबाद पोस्टिंग होते ही किडनी रैकेट के गिरोह का पर्दाफाश किया था.
मंजिल सैनी अब तक कई हाई-प्रोफाइल मामलों का खुलासा करने के लिए जानी जाती हैं. इसमें ये किडनी गिरोह कांड भी शामिल है.
आईपीएएस पुलिस महकमें में 'लेडी सिंघम' के नाम से जानी जाने वाली मंजिल सैनी देश की पहली विवाहित महिला आईपीएस अधिकारी भी हैं.
मंजिल सैनी ने गर्भावस्था में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की, पहली पोस्टिंग इटावा में हुई थी जो यूपी पूर्व सीएम मुलायम सिंह का गृह जनपद भी था.
आईपीएस मंजिल सैनी डीआईजी, एनएचआरसी के पद पर तैनात रहीं. उन्हें 2021 में गृह मंत्रालय के तहत डीआईजी, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) नियुक्त किया गया था.
मंजिल सैनी ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में गोल्ड मेडल भी हासिल किया है.
आईपीएस बनने से पहले मंजिल सैनी ने कॉर्पोरेट जगत में नौकरी की और लगभग 3 वर्षों तक एक प्राइवेट कंपनी में काम किया.