यूपी में एक से बढ़कर एक मिठाई मिलती है. इनमें लड्डू, जलेबी, पेड़े और पेठा आदि कुछ प्रमुख हैं.
पेड़ा एक भारतीय मिठाई है. इस मिठाई का जन्म मथुरा शहर से हुआ है.
पेड़े का इतिहास श्रीकृष्ण के काल से है. एक बार माता यशोदा ने दूध को उबालने के लिए रख दिया था. लेकिन उनके भूल जाने से वह गाढा हो गया. तभा मां यशोदा ने उसमें चीनी मिला कर कान्हा को दे दिया.
दूध को उबालकर उसे गाढा कर लें. जब दूध मावा या खोआ के रूप में आ जाए तो बाद में उसमें चीनी मिला कर पेड़ा बने लें.
भारत के हर जगह मिलने वाले पेड़ों में सबसे अलग, स्वादिष्ट और सेहत के लिए फायदेमंद पेड़ों में झांसी का अनोखा पेड़ा है.
झांसी के इस पेड़े की खासियत ये ही कि यह शुगर फ्री है. जी हां, इसमें किसी भी तरह की चीनी नहीं मिलाई जाती है.
शुगर फ्री पेड़ा बनाने के पीछे का कारण डायबिटीज के मरीजों के लिए एक स्वादिष्ट और सेहतमंद मिठाई खाने के लिए देना है.
इस शुगर फ्री पेड़े की खासियत की सुनकर सबका इसको खाने का मन जरूर करता है. इसकी कीमत 50 रुपये है.
इस स्वादिष्ट मिठाई का आनंद लेने के लिए आपको झांसी के बरुआसागार कस्बे के पास जाना होगा.
यहां आकर लोग इस स्वादिष्ट और मजेदार मिठाई को खूब मजे से खाते हैं. साथ में अपनों के लिए घर भी लेकर जाते हैं.