ताजमहल की करोड़ों की जमीन शाहजहां ने किससे खरीदी, आज खरीदते तो कितनी रकम चुकाते मुगल बादशाह

Jun 25, 2024

ताजमहल विश्व धरोहर

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में बना ताजमहल विश्व धरोहर मकबरा है. इसे मुगल बादशाह अकबर ने बेगम मुमताज की याद में बनवाया था.

बेगम की याद में मकबरा

मुगल सम्राट शाहजहां के द्वारा अपनी बेगम की याद में बनवाया गया ताजमहल लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है.

1632 में शुरू हुआ निर्माण

शाहजहां ने 1632 में अपनी बेगम मुमताज महल की याद में मकबरे के रूप में ताजमहल को बनाने का काम शुरू किया.

करीब 42 एकड़

मुमताज का मकबरा 17 हेक्टयर (करीब 42 एकड़) परिसर का केंद्र बिंदु है. क्या आप जानते हैं कि शाहजहां ने ताजमहल किसकी जमीन पर बनवाया था.

कछवाहों की जमीन

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक ताजमहल की जमीन अजमरे( राजस्थान) में आमेर के कछवाहों की जमीन थी.

खरीदी थी जमीन

ताजमहल बनवाने के लिए उस समय उन्होंने कछवाहों से जमीन खरीदी थी.

बदले में दी थी हवेलियां

इतना ही नहीं इसके बदले मुगल बादशाह ने कछवाहों को चार हवेलियां भी दी थीं. हालांकि इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है.

मिलता है जिक्र

दरबारी इतिहासकार हामिल लाहौरी ने बादशाहनामा और अपने फरमानों में ताजमहल के लिए कछवाहों से जमीन खरीदने का जिक्र किया था.

1653 में काम पूरा

जानकारी के मुताबिक उस दौर में ताजमहल बनाने में 3.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे.

32 मिलियन रुपये में पूरा

ताजमहल का काम 1653 में लगभग 32 मिलियन रुपये में पूरा हो गया था. जिसकी आज की कीमत के हिसाब से लगभग 53 बिलियन रुपये है.

ताजमहल नहीं था नाम

शाहजहां ने जब मुमताज को कब्र में दफनाया था, तो बादशाह शाहजहां ने इसका नाम ‘रऊजा-ए-मुनव्वरा’ रखा था. हालांकि कुछ समय बाद इसका नाम बदलकर ताजमहल कर दिया गया था.

डिस्क्लेमर

मुगलकालीन पात्रों की यह कहानी मान्यताओं और इतिहासकारों की पुस्तकों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

VIEW ALL

Read Next Story