काले चने खाने के बेशुमार फायदे हैं. इनमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. आप काले चने को कच्चा भी खा सकते हैं और भुनकर एवं उबालकर भी खा सकते हैं.
न्यूट्रिशनिस्ट की मानें तो काले चने का सेवन भूलकर भी शाम को या रात को नहीं किया जाना चाहिए. काले चने का सेवन हमेशा ब्रेकफास्ट में ही किया जाना चाहिए.
ब्रेकफास्ट में खाया गया भारी से भारी भोजन भी आसानी से पच जाता है और ब्लोटिंग और गैस की दिक्कत भी महसूस नहीं होती.
काले चने में प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है. यही वजह है कि हर किसी को इसका सेवन सुबह के नाश्ते में ही करना चाहिए, ताकि पूरे दिन काम करने के लिए आपके शरीर में एनर्जी का लेवल बना रहे.
काले चने में प्रोटीन के अलावा फाइबर, आयरन, कैल्शियम, विटामिन और कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ये सभी तत्व ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ने नहीं देते. यही वजह है कि डायबिटीज के मरीज भी इसका बेझिझक सेवन कर सकते हैं.
चने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर कर सकता है. इससे कब्ज, अपच, एसिडिटी जैसी परेशानियों को दूर किया जा सकता है.
काले चने में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स की प्रचुरता होती है, जो आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर सकता है.
गुड़ और चना खाने से दिमाग भी तेज होता है. दांतों को मजबूती पहुंचाता है, दस ग्राम गुड़ में चार मिलीग्राम फॉस्फोरस होता है और चने में 168 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम होता है.