संगीत की दुनिया में एक से एक सुपर हिट गाने देने वाले मशहूर गायक स्वर्गीय मुकेश कुमार की आज है 100 वीं जन्म जयंती
1945 में दिग्गज गायक मुकेश कुमार ने पहली बार रखा था संगीत की दुनिया में कदम
असल में मुकेश को घर पर ही संगीत सिखाने शिक्षक आया करते थे. इसी के चलते उन्होंने 10 वीं कक्षा के बाद स्कूल जाना छोड़ दिया. उन्होंने इसके बाद लोक निर्माण विभाग में काम किया. काम के दौरान ही उन्होंने वॉयस रिकॉर्डिंग के साथ प्रयोग करना शुरू किया और धीरे धीरे अपनी क्षमताओं को विकसित किया.
मुकेश कुमार के परिवार ने उनके 100 वीं जन्म जयंती पर उन्हे याद करते हुए मुंबई स्थित मुकेश चौक पर दी श्रद्धांजलि.
मुकेश की 100 वीं जन्म जयंती पर उनके बेटे नितिन बहु निशि, पोता नील, पोते की बहु रुक्मिणी, नील की बेटी और भाई नमन मौजूद रहे
मुकेश की 100 वीं जन्म जयंती पर परिवार के तस्वीरें वायरल हो रही हैं. तस्वीरों में पूरा परिवार एक साथ मुकेश कुमर को श्रद्धांजलि देता दिख रहा है.
नील अपनी बेटी नुर्वी नील मुकेश के साथ दिखे. उन्होंने अपनी बेटी के साथ प्यारी तस्वीरें खिंचवाई.
पूरे परिवार ने इस मौके पर मुकेश चौक पर एक साथ खिंचवाई तस्वीरें.
मुकेश कुमार कहा करते थे, कि उनके सामने दस हल्के गीत हों और एक उदासी से भरा गाना हो, तो वह दस गीत को छोड़कर उदास गाने को चुनेंगे.
मुकेश कुमार ने 1953 की फिल्म 'माशूका' में सुरैया के साथ और फिल्म 'अनुराग' में नायक के रूप में काम किया था.