इन भोगों से भगवान समृद्धि में वृद्धि कर ग्रहों के दुष्प्रभाव को भी कम करते हैं.
महादेव को ठंडाई अति प्रिय है. भोलेनाथ ने हलाहल विष पीया था और तब उससे हुई पीड़ा को शांत करने के लिए उनको ठंडी चीजें अर्पित की गई थी.
तीसरे सावन सोमवार के दिन अगर भक्त भगवान को दूध, दही, ड्राईफ्रूट्स से बनी ठंडाई का भोग चढ़ाए तो भोलेनाथ उन्हें आरोग्य रहने का वरदान देते हैं.
सावन के सोमवार को शिवजी की पूजा करते समय भोग में घी, मेवे और सूजी से बने हलवे रखना शुभ होता है. हलवा के भोग से शिवजी अति प्रसन्न होते हैं.
हलवा शिवजी की पसंदीदा खाद्य पदार्थों में से एक है हलवा जिसका भोग लगाने से घर में प्रसन्नता फैलती है.
उजली मिठाई और इस रंग की अन्य मिठाइया महादेव को अति प्रिय हैं. सावन के सोमवार को यदि चावल की खीर का नेवैद्य लगाएं तो चंद्र दोष समाप्त होता है.
सावन के सोमवार को ऐसा करने से शिवजी की कृपा से मानसिक तनाव दूर होती है. चावल के देव अन्न के रूप में भी माना गया है.
तीसरे सावन के सोमवार को महादेव को भोग के रूप में 5 प्रकार के ऋतुफल अर्पित कर यदि इन्हें गरीबों में दान किया जाए तो शुभफल प्राप्त होते हैं.
मान्यता है कि ऋतुफल का भोग यदि शिवजी को लगाएं तो व्यक्ति की संतान की उन्नति होती है और नौकरी-व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं.
24 जुलाई को पड़ने वाले सावन के सोमवार को रुद्राभिषेक करने के लिए जरूरी शिववास प्रात: से ही है. शिववास नंदी पर ही है.
शिववास दोपहर के 01 बजकर 42 मिनट तक है तो भक्त सुबह से दोपहर 01:42 बजे तक रुद्राभिषेक कर पाएंगे.