भीम और हिडिम्बा के पुत्र का नाम घटोत्कच था.
हिडिम्बा ने घटोत्कच को यह आदेश दिया था कि वह कभी भी द्रौपदी को नहीं देखेगा, न तो उसे कोई सम्मान देगा.
घटोत्कच ने पहली बार जब अपने पिता भीम के राज्य में प्रवेश किया तो इसका उसने पूरा ध्यान रखा कि वह अपनी मां के आज्ञा का पालन कर पाए.
घटोत्कच ने अपनी मां के आदेश को मानते हुए द्रौपदी की तरफ न तो देखा और न ही उसका सम्मान किया.
घटोत्कच के इस व्यवहार से द्रौपदी आहत हुई और अपमानित महसूस करने लगी.
द्रौपदी को घटोत्कच पर इतना क्रोध आया कि उसने उसे एक भयंकर श्राप दे दिया.
घटोत्कच से द्रौपदी ने कहा कि तुम्हारा जीवन बहुत छोटा होगा. बिना किसी युद्ध किए मारे ही तुम मारे जाओगे.
घटोत्कच के साथ हुआ भी ऐसा ही. महाभारत में बिना किसी योद्धा से लड़े ही छोटी आयु में वह मारा गया था.
डिस्क्लेमर- पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.