कौरवों और पांडवों के बीच 18 दिन तक महाभारत का भीषण युद्ध हुआ था, जिसके कई पराक्रमी योद्धाओं की आज भी चर्चा होती है.
महाभारत में कई ऐसे भी पात्र हैं, जो बेहद रहस्यमयी हैं. जिनसे जुड़े रहस्यों के बारे में शायद ही आपने सुना होगा.
इन्हीं में से एक है थी मत्स्य कन्या, जिसको न केवल मायावी माना जाता था बल्कि वह बेहद चतुर थी. आइए जानते हैं इसके बारे में.
ये मत्स्य कन्या कोई और नहीं बल्कि सत्यवती थीं. उनको महाभारत का मुख्य कारण माना जाता है.
सत्यवती दिखने में बेहद सुंदर थीं. उनको मत्स्य गंधा के नाम से भी जाना जाता है, उनके शरीर से मछली की गंध आती थी.
कहा जाता है कि उन्होंने भीष्म को जीवनभर कुंवारा रहने पर मजबूर कर दिया. उनकी माया में भीम भी फंस गए थे.
भीष्म के पिता शांतनु सत्यवती पर मोहित हो गए थे लेकिन सत्यवती के पिता ने सत्यवती के होने वाले बेटे को राजगद्दी देने का वचन मांगा.
शांतनु भीष्म को युवराज घोषित कर चुके थे. लेकिन जब उनको पूरी कहानी पता चली तो उन्होंने पिता का विवाह कराने के लिए यह शर्त मान ली.
साथ ही केवट ने कहा अगर तुम्हारी संतान हुई तो वह सत्यवती के बेटे से अधिकार मांगा तो क्या होगा, इस पर भीष्म ने आजीवन कुंवारा रहने का वचन दिया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.