मुरादाबाद , उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक शहर है. मुरादाबाद शहर गंगा और यमुना नदी पर स्थित है.
यह यूपी की तीसरी सबसे बड़ी नगर निगम है. मुरादाबाद को यूपी को शोले भी कहा जाता है. मुरादाबाद पीतल के काम के लिए प्रसिद्ध है और हस्तशिल्प उद्योग में दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान है.
पीतल नगरी के इस शहर में बात घूमने फिरने की करें तो बहुत सी ऐसी जगह है, जहां पर आप घूम फिर सकते हैं और अपना अच्छे से मनोरंजन कर सकते हैं
आइए जानते हैं मुरादाबाद की इन जगहों के बारे में..पहले बात करते हैं जामा मस्जिद की...
मुरादाबाद की सबसे अच्छी मस्जिद है, जो गंगा नदी के किनारे स्थित है और इसका निर्माण रुस्तम खान ने 1631 में कराया था. जामा मस्जिद या जामे मस्जिद फारसी शब्द मस्जिद-ए-जामे से आया है, जो अरबी शब्द मस्जिद जामी से बना है, जिसका अर्थ है "सामूहिक मस्जिद"
मुरादाबाद का यह इको हर्बल पार्क मुरादाबाद की पहचान है. इको हर्बल पार्क जो घूमने फिरने के लिए और पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है. हर्बल पार्क में हरे-भरे पौधों के साथ हरियाली है.
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर मुरादाबाद के केंद्र में स्थित है. कहा जाता है कि भगवान पारसनाथ वाराणसी में पैदा हुए थे, लेकिन भगवान पारसनाथ की मूर्ति उनकी मृत्यु के बाद एक कुएं से बरामद हुई थी. जिसको मंदिर के रूप में स्थापित किया गया है.
मुरादाबाद में हनुमान मंदिर स्थित है, जो श्री हनुमान जी को समर्पित है. यह मंदिर श्रद्धालुओं के बीच एक प्रसिद्ध और धार्मिक स्थल है.
प्रेम वंडरलैंड एंड वॉटर किंगडम (Prem Wonderland and Water Kingdom) मुरादाबाद में स्थित एक प्रसिद्ध प्रकृतिक थीम पार्क है. यह पार्क पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थल है
इतिहासकारों के मुताबिक शाहजहां के बेटे मुराद बख्श ने मुरादाबाद बसाया था, जिसे अब पीतलनगरी के नाम से जाना जाता है.मुरादाबाद पर मौर्य शासक, गुप्त वंश शासक, सम्राट हर्षवर्धन, पृथ्वीराज चौहान ने शासन किया है
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.