उत्तर प्रदेश की संस्कृति, अनूठी परंपराएं आदि इस राज्य को और खास बनाने का काम करती हैं.
सीतापुर जिले में स्थित नैमिषारण्य 88 हजार ऋषियों की तपोभूमि है.
यहां पर गोमती नदी के तट पर स्थित प्राचीन शिव स्थान को रुद्रावर्त तीर्थ के नाम से जाना जाता है.
यहां के गंगा नदी किनारे नदी के अंदर शिवलिंग स्थापित है.
शिवलिंग पर ओम नम: शिवाय को बोलकर बेल पत्र, दूध, फल और जल चढ़ाने से वह सीधा जल में डूब जाता है.
बताया जाता है कि इस विशेष स्थान के अलावा और कहीं पर बेल पत्र डालने पर वह जल के अंदर नहीं समाती, बल्कि तैरती रहती है.
इस अनोखे नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं. श्रद्धालु इस कृत्य को देखकर अपने जीवन को धन्य समझते हैं.
स्थानीय लोग और मंदिर के पुजारी के मुताबिक इस स्थान का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है.
यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में कोई पुष्टि नहीं करता है.