इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति को भला कौन नहीं जानता. पिछले दिनों अपने बयान से नारायण मूर्ति सुर्खियों में आ गए. दरअसल, हाल ही में नारायण मूर्ति ने देश के युवाओं को लेकर कहा कि उन्हें हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए. तो आइये जानते हैं कौन हैं नारायण मूर्ति?
नारायण मूर्ति ने कहा कि विकसित देशों से कंधा मिलाकर चलने के लिए भारत के युवाओं को हफ्ते में करीब 70 घंटे काम करने की जरूरत है.
नारायण मूर्ति के इस बयान से देश के दिग्गज और पेशेवर दो धड़ों में बंट चुके हैं. कुछ लोगों का मानना है कि दिन में 8 घंटे काम करना पर्याप्त है.
वहीं, कुछ लोगों ने नारायण मूर्ति के बयानों का समर्थन किया है. उनका मानना है कि युवाओं को रोजाना 12 घंटे काम करने की जरूरत है.
नारायण मूर्ति का जन्म 1946 में कर्नाटक में हुआ था. शुरुआती शिक्षा के बाद वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
इसके बाद नारायण मूर्ति ने आईआईटी कानपुर से पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया. इस दौरान उन्हें नौकरी के कई ऑफर भी मिले.
हालांकि नारायण मूर्ति ने आईआईएम अहमदाबाद में रिसर्च एसोसिएट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया.
इसके बाद 1981 में कुछ लोगों के साथ मिलकर नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की स्थापना की.
शुरुआत में इनवेस्टमेंट के तौर पर नारायण मूर्ति ने सिर्फ अपनी कंपनी में दस हजार रुपये लगाए थे. आज उनके कंपनी का टर्नओवर बिलियन में है.
नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं. नारायण मूर्ति की पत्नी का नाम सुधा मूति है.
नारायण मूर्ति को दो बच्चे हैं. एक बेटा और एक बेटी. बेटी का नाम अक्षता मूर्ति है, जो ऋषि सुनक की पत्नी हैं. वहीं, बेटा रोहन मूर्ति स्टार्टअप कंपनी चला रहे हैं.