संत श्री प्रेमानंद गोविंग शरण महाराज जाने माने कथा वाचक है. प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं.
संत श्री प्रेमानंद गोविंग शरण महाराज ने अपना जीवन राधा कृष्ण की भक्ति भाव में समर्पित कर दिया है.
संत श्री प्रेमानंद गोविंग शरण महाराज का उनके भक्त काफी सम्मान करते हैं. उनकी कही हर बात का पालन करते हैं.
श्री प्रेमानंद जी महाराज के विचार को अपने जीवन में उतारने और उनका पालन करने से आपका मन हल्का हो जाएगा और साथ ही आपका जीवन आसानी से कट जाएगा.
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार ही फल मिलता है. अपनी करनी को ही भविष्य में भरना पड़ता है.
इंसान को अपने जीवन में आए दुःख को किसी और पर नहीं थोपना चाहिए.
जिसका चरित्र ठीक नहीं है, वह कभी सुखी नहीं हो पाएगा.
कोई व्यक्ति तुम्हे दुख नहीं देता, तुम्हारे कर्म उस व्यक्ति के द्वारा दुख के रूप में प्राप्त होते हैं.