यूपी की इस जगह भरत जी ने काटे थे 14 साल, दिवाली पर राम जी से हुआ था मिलाप

Subodh Anand Gargya
Oct 27, 2024

प्राचीन नाम भरतकुंड

नंदीग्राम का प्राचीन नाम भरतकुंड रहा है. यह अयोध्या के सोहावल तहसील में स्थित है.

अयोध्या से 19 किमी दूर

नंदीग्राम अयोध्या शहर से 19 किमी दक्षिण में है. यहां भगवान राम के भाई भरत प्रभु के वनवास के दौरान रहा करते थे.

अयोध्या का राजपाट यहीं से चला

यहीं पर भरत जी ने राम जी की खड़ाऊं को प्रतीक के तौर लेकर अयोध्या का राजपाट चलाया.

भरतकुंड

पिता के पिंडदान के लिए नंदीग्राम में कुंड का निर्माण कराया गया था जिसे भरतकुंड के रूप में माना गया.

मुनि वेश किया धारण

नंदीग्राम में कुटिया डालकर वे तपस्या करने लगे. उन्होंने जटाएं धारण की और मुनि वेष धारण कर नन्दीग्राम में निवास करने लगे.

भरत और हनुमान की भेंट

यहीं पर भरत और हनुमान की मुलाकात हुई और एक दूसरे को गले लगाया था.

राम भरत मिलाप

14 वर्ष वनवास खत्म कर जब राम अयोध्या वापस लौटे तो यहीं पर भरत से मिले थे.

भरत जी ने की तपस्या

यह स्थान न सिर्फ धार्मिक स्थल है, बल्कि त्रेता युगकालीन भगवान राम के अनुज महाराज भरत की तपोभूमि भी है.

कैसे पहुंचें

यह जगह अयोध्या-सुल्तानपुर NH 330 के बहुत करीब है. यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन भरतकुंड रेलवे स्टेशन है.

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