कुम्हड़ा बड़ी से बनी सब्जी में जितने अधिक मसाले डाले जाएं उसका स्वाद उतना ही अधिक रहता है. इसकी ग्रेवी एक बेहतरीन सूप होती है.
कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है जब हम बाजार से व्यस्तता में कोई सब्जी नहीं ला पाते, ऐसे समय के लिए बड़ी (कुम्हड़ा बड़ी) बहुत मददगार होगी. यह सेहत के लिए गुणकारी मानी जाती है.
कुम्हड़ा बड़ी की सब्जी के बारे में नई पीढ़ी के लोगों को बहुत कम पता है. लेकिन आज भी उत्तर प्रदेश,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में इसे बहुत पसंद किया जाता है.
कुम्हड़ा सफदे कद्दू से बनता है. इसे रखिया, बरिहा और कुष्मांड भी कहते हैं.
कुम्हड़ा बड़ी की तासीर गर्म होती है. इसे सामान्यत: उड़द की दास पीसकर तैयार किया जाता है. सर्दियों के अलावा अन्य मौसम में भी इसे लोग खाते हैं.
सफेद कुम्हड़ा कच्चे फल से सब्जी और पके हुये फल से हलवा और पेठा मिठाई (मुरब्बा) बनाए जाते हैं. इसका लेटिन नाम बेनिनकासा हिष्पिड़ा है.
सफेद कुम्हड़ा पोषक तत्वों का खजाना है. इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, जिंक बहुत से तत्व पाए जाते हैं.
आयुर्वेद में भी इसे बेहद उपयोगी बताया गया है. इससे बनी सब्जी बीमार व्यक्ति को भी खाने के लिए दी जा सकती है क्योंकि यह एक हल्का आहार होता है, जो आसानी से पच जाता है.