शुक्र के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर कुछ न कुछ असर पड़ेगा. इसके नकारात्मक असर से बचने के लिए तुलसी और सूर्य को जल अर्पित करना न भूलें.
सनातन धर्म में ज्योतिष और ग्रहों की दशा और गति का विशेष महत्व है. यह जीवन में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों तरह के बदलाव लाते हैं.
शुक्र को प्रेम, विलासिता और विवाह का कारक भी कहा जाता है. इसलिए अविवाहित जातकों को शुक्र की उपासना अवश्य करनी चाहिए. हां, इसके लिए आपको सुबह उठकर माता-पिता का आशीर्वाद लेना होगा.
यदि ऑफिस में सीनियरों का सहयोग रहा तो आप विदेश जा सकते हैं.
शुक्र गोचर धन संपत्ति लेकर आता है. वृषभ राशि वाले जातक विशेष रूप से नई वस्तुएं खरीदेंगे.
शुक्रगोचर के प्रभाव से मेष राशि को प्रमोशन, नई जॉब और ट्रांसफर का योग है. हालांकि इसके लिए आपको लंबी यात्रा करनी पड़ेगी.
शुक्र सूर्य राशि में 3 नवंबर तक रहेंगे. इस दौरान तीन राशियों के जीवन में कई बदलाव लेकर आएंगे. इसके बाद यह कन्या राशि में प्रवेश करेंगे.
2 अक्टूबर 2023 की रात 12 बजे से धन के दाता शुक्र सूर्य की राशि सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है.
शुक्र को दैत्यों का गुरू कहा जाता है. यह कन्या राशि में प्रवेश करेंगे तो शुक्र गोचर होगा.