वहीं, 14 राज्यों में अभी तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बन सकी है. इसमें हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम शामिल हैं.
सुचेता कृपलानी स्वतंत्र भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं. वह कांग्रेस पार्टी से 1963-67 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं.
देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री नंदिनी सतपत्थी थीं. वह 1972 में उड़ीसा की महिला मुख्यमंत्री बनीं.
शशिकला काकोडकर 1973 में गोवा की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया.
सैयदा अनवरा तैमूर 1980 में असम की महिला मुख्यमंत्री बनीं.
जयललिता पहली बार 1991 में तमिलनाडु की महिला मुख्यमंत्री के रूप में शथप ली. वह चार इस राज्य की सीएम रहीं.
सुचेता कृपलानी के बाद मायावती उत्तर प्रदेश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं. मायावती चार बार प्रदेश की सीएम रहीं.
राजिंदर कौर कांग्रेस पार्टी से 1996 में पंजाब की मुख्यमंत्री बनीं. वह प्रदेश की पहली महिला सीएम थीं.
लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी राष्ट्रीय जनता दल से बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. वह तीन बार सीएम रहीं.
सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी से दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं.
शीला दीक्षित कांग्रेस से दूसरी महिला मुख्यमंत्री के तौर पर 1998 में शपथ ली.
भारतीय जनता पार्टी से साल 2003 में उमा भारती पहली बार मध्य प्रदेश से महिला मुख्यमंत्री बनीं.
वसुंधरा राजे सिंधिया भाजपा से राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. वह दो बार मुख्यमंत्री रहीं.
ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस से साल 2011 में पहली बार पश्चिम बंगाल की महिला मुख्यमंत्री बनीं. वह वर्तमान में भी सीएम हैं.
आनंदी बेन पटेल भारतीय जनता पार्टी से साल 2014 में गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं.