आज कई लोगों को एकाग्र बुद्धि न होने की शिकायत होती है.
इस समस्या से ज्यादातर स्कूली बच्चे ग्रस्त होते हैं, जिससे किसी काम में वे ध्यान नहीं लगा पाते.
दरअसल एकाग्रता भंग होने का सबसे बड़ा कारण होता है हमारा तरोताज़ा न होना जिसके एक नहीं बल्कि कई कारण होते हैं.
खुद को तरोताज़ा रखने के लिए यदि रोज सुबह उठकर हम कुल्हड़ की चाय पिएं तो इससे हमारे शरीर में ताजगी आती है.
मिट्टी के कुल्हड़ में भारी मात्रा में अल्कालाइन होता है जिससे हमारा दिमाग चार्ज होता है और काम में मन लगाने में मदद भी मिलती है.
कुल्हड़ में मौजूद मिट्टी की खुशबू हमारे दिमाग पर एक सकारात्मक प्रभाव डालती है.
सुबह मिट्टी के कुल्हड़ में चाय पीना हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है.