यूपी में हिन्दुओं की आबादी घटी, मुस्लिमों की बढ़ी! 13 साल बाद फिर होगी जनगणना

Pooja Singh
Oct 28, 2024

13 साल बाद जनगणना

देश में 13 साल बाद फिर जनगणना कराने का ऐलान हो गया है. आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी. ऐसे में भारत के सबसे बड़ी जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आबादी बढ़ने का अनुमान है.

देश में पहली जनगणना

1872 में गवर्नर-जनरल लॉर्ड मेयो के शासन काल के दौरान भारत में पहली जनगणना हुई थी. 1881 में भारत की पहली संपूर्ण जनगणना आयुक्त डब्ल्यू.सी. प्लोडेन ने कराई थी.

पहली जनगणना का आंकड़ा

आजादी के बाद भारत में पहली जनगणना 9 फरवरी 1951 को शुरू हुई थी और 28 फरवरी 1951 तक चली. इस जनगणना में भारत की आबादी 3,61,08,8,090 दर्ज की गई थी.

नई जनगणना से चुनाव!

अगले साल जनगणना शुरू होती है तो यूपी में 2027 का विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव उसी आबादी के आधार पर होगा. जनगणना के बाद सीटों का परिसीमन भी होगा. इससे भी तमाम सीटों का समीकरण बदलेगा.

कितना है अनुमान?

2024 में यूपी की जनसंख्या 25 करोड़ 70 लाख होने का अनुमान है. ये भारत की जनसंख्या का 16.98% है. उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश का उपखंड है.

उत्तर प्रदेश

यूपी में 75 जिलें हैं. इसका जनसंख्या घनत्व 828 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है. अगर उत्तर प्रदेश एक अलग देश होता तो यह दुनिया का पांचवां सबसे अधिक आबादी वाला देश होता.

हिंदू आबादी

2001 की जनगणना के मुताबिक, यूपी में 80.61% हिंदू आबादी और 18.50% मुस्लिम आबादी थी. 10 साल बाद 2011 में जनगणना हुई. तो यहां हिंदू आबादी 79.73% हो गई , जबकि मुस्लिम 19.26% हो गई. ऐसे 10 सालों में प्रदेश में हिंदुओं की आबादी 1.4% घट गई.

मुस्लिम आबादी

इस बीच उत्तर प्रदेश में मुस्लिम आबादी 4.1% बढ़ गई. संख्या में बात करें तो 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की कुल आबादी 19.98 करोड़ है. इनमें करीब 15.9 करोड़ हिंदू हैं और 3.84 करोड़ मुस्लिम हैं.

जनगणना विभाग

जनगणना विभाग की मानें तो यूपी के 57 जिलों में हिंदुओं की आबादी मुस्लिमों के मुकाबले धीमी गति से बढ़ रही है. 2011 की जनगणना के मुताबिक यूपी के मुजफ्फरनगर में हिंदू आबादी 3.20% घट गई, जबकि मुस्लिम आबादी 3.22 फीसदी बढ़ गई.

NFHS रिपोर्ट

बिजनौर, कैराना, रामपुर और मुरादाबाद जैसे जिलों में यही ट्रेंड देखने को मिला. 2019-21 की राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे यानी NFHS रिपोर्ट से पता चलता है कि मुस्लिम महिलाओं की प्रजनन दर 2.66 है. 2015-16 में यह 3.10 थी.

प्रजनन दर

रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदुओं की प्रजनन दर 2019-20 में 2.29 है, जबकि 2015-16 में 2.67 थी. 2019-20 की रिपोर्ट के मुताबिक, सिखों की प्रजनन दर 1.45 और अन्य की 2.83 हो गई. यानी हिंदू और मुस्लिम दोनों की प्रजनन दर घट रही है.

जनगणना चक्र

अब तक हर दस साल में होने वाली जनगणना दशक के शुरुआत में होती थी जैसे 1991, 2001, 2011, लेकिन अब जनगणना का चक्र भी बदल जाएगा. जनगणना में धर्म और वर्ग के साथ ही लोगों से उनके संप्रदाय को लेकर भी सवाल होंगे.

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