दिल्ली-एनसीआर से बस 500 किमी. दूर 'देवभूमि' की धरती पर है स्वर्ग, देखें तस्वीरें

Pradeep Kumar Raghav
May 28, 2024

कई बेहतर टूरिस्ट प्लेस

उत्तराखंड घूमने की बात आते ही ज्यादतर लोगों के दिमाग ऋषिकेश, नैनीताल, मसूरी ऐसे ही दो चार जगह के नाम दिमाग में आते हैं लेकिन उत्तराखंड में इनसे भी कहीं बेहतर टूरिस्ट प्लेस हैं.

हर्षिल वैली

हर्षिल वैली भागीरथी नदी के किनारे बसा है और देहरादून से करीब 200 किलो मीटर दूर है. आइये आपको बताते है यहं क्या-क्या खास है.

गरतांग गली

गरतांग गली कोई गली नहीं बल्कि 11 हजार की फीट ऊंचाई पर पहाड़ी चट्टानों के बीच बना एक लकड़ी का पुल है जो 150 साल पुराना है. इसकी सीढ़ीदार इंजीनियरिंग कमाल की है.

लामा टॉप

लामा टॉप एक सनराइज व्यू प्वाइंट है जहां से पूरी हर्षिल घाटी का बहुत ही सुंदर नजारा दिखाई देता है. हर्षिल वैली घूमने वालों के लिए यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं.

लोकल विलेज

प्रकृति की गोद में स्थानीय लोग कैसे आनंद से रहते हैं इसका अनुभव करने के लिए आप यहां के लोकल विलेज में होम स्टे लेकर पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं.

गंगोत्री धाम

उत्तराखंड के चार धामों में एक गंगोत्री धाम यहां से महज 25 किलोमीटर दूर है, इसलिए यहां तो जाना बनता ही है. नदी किनारे बना गंगोत्री धाम जितना पवित्र है उतना ही सुंदर भी है.

कैसे पहुंचें हर्षिल

देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट निकटतम हवाई अड्डा है जहां से हर्षिल के लिए टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं . जबिक ट्रेन से पहले ऋषिकेश पहुंचें फिर वहां से टैक्सी या मिनी बस ले सकते हैं.

हर्षिल जाने का सही समय

उत्तराखंड की इस स्वर्ग जैसी जगह की सैर यूं तो आप किसी भी मौसम में कर सकते हो लेकिन बरसात के मौसम में यहां जाने पर खतरा हो सकता है. क्योंकि बरसात में पहाड़ों के दरकने का खतरा बढ़ जाता है.

स्विटजरलैंड जैसा नजारा

हर्षिल घाटी को उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है. लेकिन इस अनुभव को लेने के लिए आपको अक्टूबर से फरवरी के बीच हर्षिल घाटी आना होगा, तब यहां ठीक-ठाक बर्फ पड़ती है.

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