कानपुर और लखनऊ के बीच चलने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. अब उन्हें यात्रा करने के लिए धक्के खाने की जरूरत नहीं है.
रेलवे विभाग ने वंदे मेट्रो चलाने की योजना बनाई है. कानपुर के लिए लखनऊ से सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे मेट्रो जल्द पटरी पर उतर सकती है.
इसके चालू होने से दो महानगरों के बीच पड़ने वाले छोटे-छोटे गांवों के रहने वालों को काफी सहूलियत होगी. बजट का आवंटन हो गया है.
ऐसे ही गोमतीनगर से भोपाल के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस, कटरा व पुरी के लिए नई ट्रेन की सौगात यात्रियों को मिल सकती है.
कानपुर के लिए चलने वाली वंदे मेट्रो की स्पीड 130 से 160 किमी प्रति घंटे के बीच रहेगी. कानपुर की दूरी महज 45 मिनट में पूरी होगी, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी.
चारबाग से दिलकुशा व आलमनगर की ओर फोरलेन आउटर बनाया जाएगा. फोरलेन आउटर बन जाने से ट्रेनों को आउटर पर नहीं रोकना पड़ेगा.
ट्रेन हादसों को रोकने के लिए सेफ्टी व यात्रियों की ट्रेनों में सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी पर ध्यान दिया जाएगा.
एक्सप्रेस ट्रेन में 16 डिब्बे होते हैं.ट्रेन लगभग 500 किमी से अधिक दूरी वाले महत्वपूर्ण स्टेशनों के बीच चलाया जाता है.इनमें टॉयलेट की भी व्यवस्था होती है.
वंदे मेट्रो 125 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. इसमें आठ डिब्बे होते हैं. लेकिन शौचालय की सुविधा नहीं होती है.
मौजूदा वंदे भारत ट्रेन की बात करें तो यह 52 सेकेंड में 0-100 की स्पीड ले पाती है लेकिन इससे कहीं आगे वंदेभारत मेट्रो ट्रेन को इतनी ही स्पीड के लिए मात्र 45 से 47 सेकेंड का समय चाहिए.