आज पूरा विश्व भारत के साथ मिलकर 10वां अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मना रहे हैं.
भारत के प्रसिद्ध योग गुरु हैं स्वामी रामदेव. योगा को एक नए स्तर पर ले जाने में बहुत बड़ा योगदान स्वामी रामदेव का रहा है.
ऐसे ही एक वाराणसी के योग गुरु हैं पद्मश्री स्वामी शिवानंद. इनकी आयु 128 साल की है.
स्वामी शिवानन्द जी के अनुसार उनकी लंबी आयु का राज रोजाना योगा करना है. इसी योगा के चलते वह आज भी स्वस्थ जिंदगी जी रहे हैं.
स्वामी शिवानंद प्रतिदिन योगा करने के बाद श्रीमद्भगवदगीता के बंगला अनुवाद का पाठ करते हैं. उनके अनुसार उन्हें ऐसा करने की आदत बन गई है.
साल 2022 में उस वक्त के भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने काशी के योग गुरु स्वामी शिवानंद को भारतीय नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया था.
स्वामी शिवानंद के अनुसार उनका जन्म 8 अगस्त 1896 को वर्तमान बांग्लादेश के ( उस समय के भारत के ही ) सिलहट जिले के हरीपुर गांव में हुआ था.
स्वामी शिवानंद के अनुसार सर्वांगासन सर्व व्याधि नाशक है. इसे प्रतिदिन तीन मिनट करने के बाद वह एक मिनट का शवासन भी करते हैं.
स्वामी शिवानंद जी का कहना है कि वे कभी बिमार नहीं हुए हैं. कुछ साल पहले कोलकाता व चेन्नई के अपोलो अस्पताल में हुई जांचों में भी स्वामी जी पूरी तरह स्वस्थ्य बताए गए थे.
128 साल की उम्र में स्वस्थ जीवन जीते हुए स्वामी शिवानंद से हम सबको प्रेरणा मिलती है. इसके साथ ही वह एक संदेश भी देते हैं कि इच्छा शक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं है.