दिवाली हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों मे से एक है. हर साल कार्तिक माह के अमावस्या तिथि को दीवाली मनाई जाती है.
दिवाली का पर्व केवल रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह अनेक सांस्कृतिक मान्यताओं और प्रतीकों से भरा होता है. इस बार यह त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
इस दिन कुछ जीव का दिखना शुभ माना जाता है जैसे उल्लू या छिपकली. आइए जानते हैं इसके बारे में...
दिवाली के अवसर पर छिपकली का दिखना अशुभ नहीं बल्कि शुभ माना गया है. हालांकि यह एक धार्मिक मान्यता है और भारतीय संस्कृति और परंपराओं में इसका एक खास महत्व है.
दीवाली के रात में छिपकली का दिखना बहुत शुभ माना जाता है. इसे समृद्धि और भाग्य का प्रतीक समझा जाता है.
दिवाली की रात यदि व्यक्ति को दीवाली के त्योहार पर छिपकली दीवार पर रेंगती हुई दिखाई देती है तो पता चलता है कि लक्ष्मी जी की कृपा होने वाली है.
दिवाली के दौरान छिपकली का दिखना वास्तु-शास्त्र के अनुसार सकारात्मकता का संकेत होता है. इसे घर में सुख, शांति और समृद्धि लाने वाला माना जाता है.
मान्यताओं के अनुसार, छिपकली के दिखने से पैसों की तंगी दूर होती है और ज्यादा से ज्यादा पैसा आता है.
वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है, जो घर के वातावरण को संतुलित रखता है.
लोगों का कहना है कि दिवाली के अवसर पर छिपकली महालक्ष्मी का संकेत है और यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता लाती है.
ऐसी मान्यता है कि धनतेरस से लेकर भाई दूज तक के पांच दिनों में छिपकली अक्सर नजर नहीं आती. लेकिन अगर धनतेरस या दिवाली की रात को किसी के घर में छिपकली दिखाई दे, तो इसे बहुत शुभ माना जाता है।
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.