अलीगढ़ को ताला नगरी के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि यहां पर तालों का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी किसी पहचान की मोहताज नहीं है. देश विदेश के छात्र यहां पर शिक्षा ग्रहण करते हैं.
क्या आप जानते हैं कि अलीगढ़ का एक पुराना नाम भी है.
अलीगढ़ के पुराने नाम के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. अगर नहीं जानते तो जरूर जानें.
इस शहर को 18वीं शताब्दी में कोल या कोइल के नाम से जाना जाता है.
कुछ प्राचीन ग्रंथों में कोल को जनजाती, एक स्थान, पर्वत. ऋषि या राक्षस का नाम माना जाता है.
इतिहासकारों के अनुसार, एक दैत्यराज यहां का शासक बना और उसने अपने नाम के अनुकूलन इस स्थल का नाम कोल रखा. इसके बाद सैयद वंश के कार्यकाल में ही शहर को कोल का नाम बदलकर अलीगढ़ के नाम दिया गया.
जब यह सुल्तानों के पीरियड में रहा तब एक कच्ची गढ़ी बनाई गई, जो किले की सेफ्टी के लिए थी. जिसे औरंगजेब के जमाने में रिपेयरिंग कराया गया था.
उस समय रिपेयर करने वाले गवर्नर का नाम साबित खान था, तो जो कच्ची गड़ी थी वोसाबित गड़ी कहलाई. यहां जाटों का प्रबुद्ध रहा. उन्होंने इसका नाम रामगढ़ कर दिया.
स्पष्ट कर दें कि यह AI द्वारा निर्मित महज काल्पनिक फोटो हैं, जिनको बॉट ने कमांड के आधार पर तैयार किया है.