बुर्ज खलीफा से भी विशालकाय था कुंभकरण, लंका युद्ध में मरने से पहले मचाई थी तबाही

Shailjakant Mishra
Apr 30, 2024

रामायण

रामायण में भगवान राम से लेकर रावण तक कई पात्रों से जुड़ी दिलचस्प बातों के बारे में आपने सुना होगा.

कुंभकरण

इनमें से एक कुंभकरण भी है, जिसे आप गहरी नींद और लंबे समय तक सोने के लिए जानते होंगे. लेकिन उससे जुड़ी कई और भी बातें हैं जो शायद आपको नहीं पता होंगी.

ऋषि विश्रवा का बेटा

कुंभकरण रावण का छोटा भाई था. यह सभी जानते हैं, लेकिन अधिकतर नहीं जानते कि कुंभरकण के पिता का नाम ऋषि विश्रवा और मां राक्षसी कैकसी था.

6 सौ धनुष के बराबर ऊंचाई

कुंभकरण आकार में बेहद विशाल था. उसकी ऊंचाई 600 धनुषों के बराबर थी.

6 महीने नींद

कुंभकरण 6 महीने सोता था. इसके बाद एक दिन जागकर भोजन पानी कर सो जाता था.

3 पत्नियां

कुंभकर्ण की तीन पत्नियां थीं. पहली पत्नी बाली की बेटी वज्रज्वाला से हुई थी. उसकी दूसरी पत्नी का नाम कर्कटी था. उसकी तीसरी पत्नी का नाम तडित्माला था.

क्यों पड़ा कुंभकरण नाम

कुंभकर्ण का बचपन से ही नाम कुंभकर्ण था, क्योंकि उनके कान बहुत बड़े थे.

वेद और धर्म-अधर्म का ज्ञानी

कुंभकर्ण को पिता विश्रवा से शिक्षा मिली थी. वह वेद, धर्म-अधर्म का जानकार था. उसे भूत और भविष्य की भी जानकारी थी.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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