रामायण में भगवान राम से लेकर रावण तक कई पात्रों से जुड़ी दिलचस्प बातों के बारे में आपने सुना होगा.
इनमें से एक कुंभकरण भी है, जिसे आप गहरी नींद और लंबे समय तक सोने के लिए जानते होंगे. लेकिन उससे जुड़ी कई और भी बातें हैं जो शायद आपको नहीं पता होंगी.
कुंभकरण रावण का छोटा भाई था. यह सभी जानते हैं, लेकिन अधिकतर नहीं जानते कि कुंभरकण के पिता का नाम ऋषि विश्रवा और मां राक्षसी कैकसी था.
कुंभकरण आकार में बेहद विशाल था. उसकी ऊंचाई 600 धनुषों के बराबर थी.
कुंभकरण 6 महीने सोता था. इसके बाद एक दिन जागकर भोजन पानी कर सो जाता था.
कुंभकर्ण की तीन पत्नियां थीं. पहली पत्नी बाली की बेटी वज्रज्वाला से हुई थी. उसकी दूसरी पत्नी का नाम कर्कटी था. उसकी तीसरी पत्नी का नाम तडित्माला था.
कुंभकर्ण का बचपन से ही नाम कुंभकर्ण था, क्योंकि उनके कान बहुत बड़े थे.
कुंभकर्ण को पिता विश्रवा से शिक्षा मिली थी. वह वेद, धर्म-अधर्म का जानकार था. उसे भूत और भविष्य की भी जानकारी थी.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है.