कभी न कभी हर किसी को इंजेक्शन लगी होगी. ज्यादातर इंजेक्शन बांहों में लगाई जाती है, लेकिन क्या आपने सोचा आखिर बांहों में ही क्यों लगाई जाती है इंजेक्शन?. तो आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण.
दरअसल, अधिकांश इंजेक्शन मांसपेशियों में लगाई जाती है. कई बार कूल्हे में भी लगाया जाता है.
जानकारों का कहना है कि बांहों में टीका या इंजेक्शन लगाना ज्यादा कारगर होता है. इसके जरिए शरीर का प्रतिरोधक तंत्र वैक्सीन के प्रभाव को जल्दी से प्रभाव में ला सकता है.
जानकारों का कहना है कि मांसपेशियां इंजेक्शन लगाने के लिए सबसे अच्छा स्थान होती हैं, क्योंकि उनके ऊतकों यानी टिशू में अहम प्रतिरोधक कोशिकाएं होती हैं.
ये कोशिकाएं एंटीजन की पहचान करती हैं. एंटीजन वायरस या बैक्टीरिया का ऐसा हिस्सा होते हैं, जो वैक्सीन के जरिए आते हैं. इससे प्रतिरोध की प्रतिक्रिया शुरू होती है.
इससे शरीर का प्रतिरोधी तंत्र वायरस आदि की पहचान करना सीख पाता है और उससे लड़ पाता है.
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